जिस प्रकार संसार में कोई दो हिमकण एक जैसे नहीं होते, वैसे ही हर व्यक्ति का हस्ताक्षर एकसमान नहीं होता। व्यक्ति का हस्ताक्षर उसके अंर्तबाह्य का सजीव प्रतिबिम्ब है। इस पुस्तक में लेखकने अनेक राजनीतिज्ञों, लेखकों, विचारकों, खिलाड़िओं एवं अन्य प्रसिद्ध व्यक्तियों के मूल हस्ताक्षर देकर उनके जीवन का सम्पूर्ण व्यक्तित्व दर्शाया है।
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